जो हम कर सकते हैं,
वो खुदा नहीं ...
हम मर सकते हैं,
खुदा नहीं ...
जन्नत में बैठा है खुदा
तो जीते जी वहां कौन
रह सकता नहीं
सब कुछ करता है खुदा,
क्यों बुरे कर्मों कि उसे सजा नहीं ?
जो ये सब कर दे खुदा, तो फिर वो खुदा नहीं ...
जो हम कर सकते हैं,
वो खुदा नहीं ...
हम मर सकते हैं,
खुदा नहीं ...
अरुणेश चंद्र